सुबह के 8 बज रहे हैं। बच्चे कंधे पर स्कूल बैग लादे अपने स्कूल जा रहे हैं। पर यह स्कूल के बाहर कौन पड़ा है। यह कौन है जो उठने की कोशिश तो कर रहा है पर उठ नहीं पा रहा। कभी खुद पर हंस रहा है तो कभी लोगों को हंसा रहा है। लोगों ने इसे मदाड़ी की तरह क्यों घेर रखा है। आईये हम बताते हैं आपको ये कोई मदाड़ी या जोकर नहीं है। यह है पोक्तापोल प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक जुगल किशोर दौलाई हैं जो कि नशे में धूत होकर स्कूल पधारे हैं। यह स्कूल पश्चिम मेदनीपुर के बेलदा में स्थित है। जुगल नशे में इतने धूत है कि वो स्कूल के अंदर भी नहीं जा पा रहे इसलिए बाहर ही सो पड़े हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह घटना कोई नई नहीं है स्कूल के प्रधानाध्यापक अक्सर ही इसी हालत में स्कूल आते हैं। स्कूल के छात्रों ने बताया कि सुबह जब वह स्कूल आये तो उन्होंने गेट के सामने अपने प्रधानाध्यापक को नशे की हालत में पड़ा देखा। बच्चों ने बताया कि हमारे मास्टर जी हमेशा ऐसी ही हालत में स्कूल आते हैं। उनकी इस वजह से स्कूल की पढ़ाई पर भी काफी असर पड़ रहा है। ऐसी हालातों को देककर बहुत सारे अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भैजना बंद कर दिया है।