यूं तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने किए गए कामों की चर्चा करते नहीं थकते, लेकिन उनकी पीठ पीछे उनके मंत्री क्या-क्या बयान दे जाते है, उन्हें इसका अंदाजा बाद में लगता है। दरअसल हमारे कहने का संबंध उनके एक मंत्री जी के बयान से है, जो बोलते-बोलते इतना बोल गए कि वह पार्टी और भाषा की मर्यादा ही भूल गये ।