22 जुलाई को जब रामनाथ कोविन्द 14वे राष्ट्रपति का प्रभार लेंगे तो उनके सामने निवर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की विरासत को आगे बढाने की चुनौता होगी। क्या प्रणव की तरह कोविन्द भी अपने विचार रखने में वही रवैया अपनायेंगे? मुखर्जी ने पिछल् पांच वर्षों के दौरान परोक्ष या प्रत्यजक्ष तरीके से लगभग हर मुद्दे पर अपनी राय रखी?
विषय- भारत के 14वे राष्ट्रपति जनता के दरबार में।
मुख्य वक्ता-श्री विश्वम्भर नेवर, मुख्य संपादक, छपते-छपते
वक्ता- श्री सुरेश राम, अध्यक्ष,आल इंडिया बैंक आफ बड़ौदा इम्प्लाइज वेलफेयर
नुसरत जहान, उर्दू समाचार वाचिका
श्री काली प्रसाद दुबेला, सामाजिक कार्यकर्ता
सरदार बच्चन सिंह सरल, पत्रकार