जीएसटी यानी कि वस्तु कर एवं सेवाकर 1 जुलाई से देशभऱ में लागू कर दिया जाना है, आम आदमी इस जीएसटी से एक हद तक तो वाकिफ तो है लेकिन कुठ उलझा हुआ भी, आजादी के बाद यह देश का सबसे बड़ा कर-सुधारत्मक कदम है, जीएसटी लागू होने के बाद अबतक लगते आ रहे बड़े कप जैसे कि सर्विस टैक्स और वैट आदि खत्म हो जायेंगे वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के तहत आने वाले सीबीईसी ने हाल ही में जीएसटी की रेट लिस्ट जारी की है जिसे उसने ‘जीएसटी ऑपर कॉमन मैन’ नाम दिया है।इनमें उन मानों व सेवाओं की सूची है जिनमें आम आदमी का प्रतिदिन की चर्यामें पाला पड़ता है।
अक्सर पढ़ने सुनने को मिल रहा है कि जीएसटी में दरें इतनी अधिक होंगी कि बेहद काम की चीजें बहुत मंहगी हो जाएंगी। लेकिन क्या वाकई में ऐसा है। क्या वाकई यह केवल मंहगाई ही बढ़ाएगा?