दुर्गा पूजा प. बंगाल या बंगालियों का सबसे बड़ा त्यौहार ही नहीं राज्य की जीवन रेखा भी है। पूजा बाजार बंगाल का आर्थिक मेरूदण्ड भी है। पूजा बाजार पर निर्भर है अधिकांश बंगालियों की खुशहाली। पूजा पर हाथ में दो पैसे आते हैं तो मनती है आनन्दपूर्ण पूजा। इसलिये पूजा बाजार कैसा रहा यह एक ऐसा प्रश्न है जो बंगाल में अब सबकी जुबान पर है।