#DelhiUptodate
यह महज अर्नब की गिरफ्तारी नही अपितु अभिव्यक्ति की आजादी व प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया के ऊपर यह बहुत बड़ा कुठाराघात है..मीडिया की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश है..मीडिया अगर कमजोर होता है तो लोकतंत्र भी कमजोर होगा।
क्योंकि जिस तरीके से गिरफ्तारी की गई है वह भी एक पत्रकार की वो तरीका बेहद अशोभनीय और निंदनीय है ।
पत्रकार संगठनों व कई वरिष्ठ पत्रकारों ने इस विरोध मार्च में हिस्सा लिया हालांकि पुलिस चाहती थी कि पत्रकार केवल धरना प्रदर्शन करें लेकिन पत्रकार पैदल मार्च करके अपना विरोध दर्ज करवाना चाहते थे काफी कहासुनी के बाद आखिरकार पत्रकारों ने पैदल मार्च करके ही विरोध किया ।
मीडिया की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश